Magical School Story Part 1 in Hindi


मेरा नाम यूसुफ है और मेरे दोस्त का नाम अली है।
हम दोनों का एडमिशन एक जादुई स्कूल में हुआ था और उस स्कूल का नाम विनगार्डियम लव यू सा था।
अब मुझे और अली को उस स्कूल  जाने के लिए किताबें और कुछ सामान चाहिए था जैसे कि जादुई छड़ी और एक अपना प्यारा सा कोई पक्षी या कोई पशु।
अली बोला कि मैं तो एक शेर पा लूंगा। मैंने कहा तू पागल हो गया है तू शेर पालेगा तो सब को खा जाएगा। अली कहा तू बात तो सही कर रहा है उसने पूछा कि तू क्या पालेगा मैंने कहा मैं एक चील पालूंगा। अली बोला तू चील पालेगा तो सबकी आंखें नोच लेगा मैंने कहा कहीं मेरी आंखे ना नोचले।
अली ने बोला कि चल वहीं पर जाकर देखते हैं।
और हम दोनों उड़न छू गली में उड़न छू हो गए और जादुई बाजार में पहुंच गए।
मैंने और अली ने सबसे पहले जादुई किताबों की दुकान से किताबें खरीदी उस किताबों में जादू करने का मंत्र और सीखने का तरीका होता है।
अब हम दोनों जादू की छड़ी के दुकान में गए और अपने लिए जादुई छड़ी चुनी।
हम आगे की ओर बढ़े और हमें पक्षी और पशु का दुकान दिखाई दिया और हम उस दुकान के अंदर गए तो हमें अलग-अलग प्रकार के पशु और पक्षी दिखाई दिया।
मैंने एक उल्लू को देखा और मुझे वह बहुत पसंद हो गया था मैंने उल्लू को खरीद लिया।
अली को एक बिल्ली बहुत पसंद आ चुकी थी अली ने बोला कि मुझे वही बिल्ली चाहिए जो सफेद और भूरी रंग की है अली ने उस बिल्ली को खरीद लिया।
हम दोनों पहले एक दूसरे पर हंसे की तुम्हें एक शेर चाहिए था तो तुम्हें बिल्ली मिली मुझे एक चील चाहिए था तो मुझे एक उल्लू मिला।
हम दोनों को अब घर जाना था और हम दोनों वापस उड़न छू गली में उड़न छू हो गय और घर पहुंच गए।
स्कूल खोलने में बस कुछ ही दिन बाकी थे और हम दोनों का सामान पूरा हो चुका था।
कुछ दिनों बाद स्कूल खुल गया और मेरा और अली का पहला दिन था सबसे पहले स्कूल में अपना दल चुनना था या फिर उसको आप अपना चुनाव भी कह सकते हो सबको चुनना था कि वह कौन से दल में जाएगा।
मैंने और अली ने पहले ही सोच लिया था कि हम दोनों एक ही दल में जाएंगे।
विनगार्डियम लव यू सा हमारा स्कूल जिसमें 4 दल थे।
+ शेर जैसा दिल
+चील की निगाह
+चीते के फुर्ती
+सांप से जहरीला
मुझे और अली को शेर जैसा दिल चाहिए था पर हमें चील की निगाह मिली। 




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